Mufat Ka Khana
(ओ हो हो! हा हा हा! चलो नाचो, बजाओ!)
राजा ने बुलाया, कहा आओ राम!
जो चाहो खाओ, है मेरा इनाम!
तेनाली ने हँसकर कहा ये कमाल
ऐसी दावत तो है बेमिसाल!
राजा बोले, बताओ जरा
सबसे अच्छा खाना कौन-सा भला?
तेनाली ने झटपट दिया ये जवाब
जो मुफ्त में मिले, वही लाजवाब!
मुफ्त का खाना, स्वाद में है राजा!
मुफ्त का खाना, लगे सबसे ताज़ा!
राजा हँसा, बोला वाह रे राम
आज से रोज़ मिलेगी दावत तमाम!
(हाहाहा! क्या बात कही तेनाली!)
खुश हुआ राजा, खिलाया फिर से
तेनाली बोला, “यही है स्वर्ग में!”
(ओये होये! बजाओ ढोल, नाचो सब!)
मुफ्त का खाना, है सबसे बढ़िया
तेनाली की अदा, सबको हंसीया!
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